डॉ. राकेश मिश्र बने भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग महासंघ के अध्यक्ष,
मुक्केबाजी को नई दिशा देने का संकल्प
उपशीर्षक:
मुक्केबाजी में नई ऊर्जा: डॉ. राकेश मिश्र की अध्यक्षता में नई कमेटी गठित
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन को मिलेगी आर्थिक मदद
खेल कैलेंडर जारी, राज्यों को आयोजन के लिए प्रोत्साहन
तकनीकी विकास और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर होगा जोर
1. एशियन यू 22 एवं यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप कोलंबो(श्रीलंका)में संपन्न
2. भारतीय बॉक्सरों ने 17 पुरस्कार मैडल जीतकर श्रीलंका में रचा इतिहास
3. कोलंबो में 23 देशों के प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
4. महिला वर्ग में माही सिवाच ने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया।
5. बॉक्सिंग सहनशक्ति, साहस और चरित्र की सच्ची पहचान है : डॉ. राकेश मिश्र
नई दिल्ली/कोलंबो: श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित एएसबीसी चैम्पियनशिप में भारतीय बॉक्सरों ने दस पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया। 10 से 23 मई 2025 तक आयोजित इस प्रतियोगिता में अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कंबोडिया, फ्रेंच पोलिनेशिया, IBA-इंडिया, इंडोनेशिया, इराक, कज़ाखस्तान, किर्गिज़स्तान, कुवैत, मलेशिया, मंगोलिया, नेपाल, न्यूज़ीलैंड, IBA-पाकिस्तान, सऊदी अरब, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, उज़्बेकिस्तान और वियतनाम कुल 23 देशों ने इस चैंपियनशिप में भाग लिया। भारत के 19 बॉक्सरों ने हिस्सा लिया। इसमें 17 प्रतिभागियों ने पुरस्कार जीतकर देश का परचम लहराया। इसमें एक ने स्वर्ण पदक, दस ने रजत तथा छह ने कांस्य पदक जीता।
स्वर्ण पदक पाने वाले भारतीय प्रतिभागी में अंडर 22 महिला वर्ग में माही सिवाच ने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया है।
अंडर 22 महिला वर्ग में भारतीय पदक विजेता :
1. नैन्सी (रजत )
2. हिमांशी (रजत)
3. पायल जाखड़ (रजत)
4. संजना (कांस्य)
5. निधि (कांस्य)
6. खुशी (कांस्य)
युवा महिला वर्ग में भारतीय विजेता :
1. चंचल कुमारी (रजत )
2. कशिश मालिक (रजत)
3. प्रिया गर्ग (रजत)
4. अनुष्का शर्मा (रजत)
5. गरिमा (रजत)
युवा पुरुष वर्ग में भारतीय विजेता :
1. मोहित (रजत )
2. यश (रजत )
3. हर्षित (कांस्य)
4. तरुण (कांस्य)
5. अभिषेक (कांस्य)
अंडर 22 महिला वर्ग में शिवानी तथा पुरुष वर्ग में शुभम ने भी भाग लिया।
बॉक्सिंग सहनशक्ति, साहस और चरित्र की सच्ची पहचान है : डॉ. राकेश मिश्र
शुक्रवार को प्रतियोगिता के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने कहा कि भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन की ओर से आयोजकों, श्रीलंका बॉक्सिंग फेडरेशन और सभी भाग लेने वाले देशों का स्वागत करते हुए कहा कि बॉक्सिंग केवल ताकत और कौशल की परीक्षा नहीं है। यह मानवीय सहनशक्ति, साहस और चरित्र की सच्ची पहचान है। सभी प्रतिभागी सीमाओं से आगे बढ़कर सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि अपने देश के सपनों और उम्मीदों का प्रतिनिधित्व करते हैं। चैम्पियनशिप इस बात का प्रमाण है कि खेल किस प्रकार से हमें एकजुट कर सकता है—देश, संस्कृति और भाषा की सीमाओं से परे है।
डॉ. मिश्र ने कहा कि भारत इस साझा यात्रा का गर्वित हिस्सा है। आज एशिया विश्व मंच पर गौरव के साथ खड़ा है। इस प्रगति में ASBC की दूरदर्शिता और नेतृत्व की अहम भूमिका रही है। दिल्ली बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में मैं यह विश्वास दिलाता हूँ कि भारत निष्पक्ष खेल, समावेशिता और आपसी सम्मान के मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध है। हम अपने युवाओं को खेलों के माध्यम से सशक्त बनाना चाहते हैं। बॉक्सिंग इसके लिए एक अत्यंत प्रभावशाली माध्यम है। इस चैम्पियनशिप को सिर्फ बॉक्सिंग का उत्सव नहीं, बल्कि मित्रता, साहस और एकता का भी उत्सव बनाते हुए खेल भावना के साथ हर मुकाबला लड़ा जाए, और हम सब मिलकर एशियाई बॉक्सिंग का एक सुनहरा भविष्य गढ़ें।
इस अवसर पर एशियाई बॉक्सिंग परिसंघ के सदस्यगण, सहयोगीगण, कोच, खिलाड़ी समेत भारी संख्या में खेल प्रेमी एवं विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे।
भारतीय मुक्केबाजी परिवार से डॉ. राकेश मिश्र, श्री राकेश ठकरान( सेक्रेटरी जनरल), संजीव कुमार, डॉ. विपिन माधौगढिया, कर्नल रवींद्र सिंह परमार, डॉ. राजीव गोदारा, बॉक्सर मलिक ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) के गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया।
1. श्री क्रिस रॉबर्ट (महासचिव और CEO, IBA)
2. श्री अलेखजंद्र (निदेशक खेल, IBA)
3. श्री अजीज कोजामबेटव (अंतरिम अध्यक्ष, ASBC)
4. श्री टिबोर किंकसेस (निदेशक मीडिया, ASBC)
5. श्री अनुराधा शंकर (अध्यक्ष, श्रीलंका)
और कई महानुभावों को अंगवस्त्र पहनाकर भगवान श्रीराम का चित्र भेंट करके सम्मानित किया गया।
प्रतीकात्मक उपहार सम्मान के रूप में अंगवस्त्र प्रदान किये गए, जो भारत और वैश्विक मुक्केबाजी समुदाय के बीच एकता और साझा खेल मूल्यों की भावना को मज़बूत करते हैं।